अध्याय 10 – “मर्द की बात” श्रृंखला: Himansh World की यात्रा और अनुभव
“जब कोई चुप्पी को मंच देता है, तो वह सिर्फ आवाज़ नहीं, बदलाव बन जाती है।”
✍️ भूमिका — कैसे शुरू हुई यह यात्रा?
Himansh World की शुरुआत 2022 में एक छोटे से यूट्यूब-चैनल के रूप में हुई — मकसद सरल था: उन बोलों को स्थान देना जिने समाज ने बार-बार टाल दिया था। एक कॉलेज वार्तालाप, एक दोस्त की अनकही कहानी और कविता की ताकत ने मिलकर “मर्द की बात” श्रृंखला को जन्म दिया — जहाँ निजी अनुभूति और सार्वजनिक विमर्श का संगम होता है।
🎥 प्रारम्भिक स्वरूप — वीडियो, कविता और पॉडकास्ट
- कविता-पठ और व्याख्या: छोटे-छोटे कवितात्मक वीडियो जिनमें पुरुषों की चुप्पियां, पिता की भावनाएँ और दोस्ती की पीड़ा शामिल हैं।
- डॉक्यूमेंट्री-एपिसोड्स: कॉलेज के केस, स्टूडेंट इंटरव्यू और लाइव-discussions।
- पॉडकास्ट/ऑडियो-नोट्स: गहन वार्तालाप — विशेषज्ञों और अनुभवी लोगों के साथ मानसिक स्वास्थ्य, कानून और परिवार पर चर्चा।
📚 प्रतिक्रिया — क्या मिला और क्या सिखा?
प्रतिक्रिया मिली इमोशनल और प्रैक्टिकल — छात्रों ने बताया कि उन्होने पहली बार लगा कि कोई उनकी बात समझ रहा है; कुछ पिता-वार्ताओं के बाद परिवारों में बातचीत खुली; कई दर्शकों ने काउंसलिंग लेने की हिम्मत पाई। सबक भी मिले: संवेदनशीलता के साथ तथ्यों का संतुलन ज़रूरी है, और हर कहानी का संदर्भ देना (sources / data) credibility बढ़ाता है।
🔧 कार्यप्रणाली — सामग्री कैसे बनती है?
- श्रोताओं की कहानियाँ: ईमेल/DM से प्राप्त व्यक्तिगत कथाएँ (अनाम/सहमति के साथ)।
- रीसर्च-बैकिंग: जहाँ आँकड़े आते हैं वहाँ NCRB/MoSPI/अन्य स्रोत जोड़े जाते हैं।
- लैंगिक-संवेदनशील एडिटिंग: भाषा, उदाहरण और सुझावों में यह ध्यान रखा जाता है कि किसी भी समूह के खिलाफ़ न बने।
- एक्शन-आधारित कंटेंट: हर एपिसोड/पोस्ट के अंत में practical सुझाव और resources दिए जाते हैं।
📈 प्रभाव और मीट्रिक्स
(संक्षेप में) चैनल/ब्लॉग के कुछ measurable असर: watch-time पर चर्चा, ईमेल/कमेंट्स में वृद्धि, और कॉलेज आयोजनों में invitations। ये संकेत करते हैं कि “मर्द की बात” केवल ऑनलाइन चर्चा नहीं—स्थानीय और शैक्षिक स्तर पर भी असर डाल रही है।
📣 समाज और शैक्षिक जुड़ाव
Himansh World ने CMP Degree College और कुछ स्थानीय संस्थानों में workshops, open-mic और panel-discussions आयोजित किए — जहाँ छात्र और शिक्षक दोनों ने विमर्श में भाग लिया। यह कदम डिजिटल कंटेंट से आगे जाकर सामुदायिक संवाद का रूप ले चुका है।
🧭 आगे की योजना (Roadmap)
- ऑडियोबुक/पॉडकास्ट: Book: “मर्द की बात” का аудियो-रिलीज़ — ताकि लोग पढ़ने के साथ सुन भी सकें।
- College toolkit: शिक्षण संस्थानों के लिए study-guide और session-plans ताकि विषय पर structured discussion हो सके।
- Multilingual reach: सामग्री का अनुवाद/सबटाइटल्स (Hindi → English / regional languages) ताकि reach बढ़े।
- Research collaboration: Academics से मिलकर formal studies और data-backed reports प्रकाशित करना।
🔗 उपयोगी लिंक और जहाँ मिल सकते हो
💡 लेखक से संदेश
“मैंने यह श्रृंखला बनाते समय सीखा कि सच बताना और सहानुभूति दिखाना साथ-साथ संभव है। 'मर्द की बात' किसी की शिकायत नहीं; यह सुनने और समझने की कला है — और आप, पाठक/दर्शक, इसका हिस्सा हैं।”
📘 Further Reading / Resources
© Himansh 🌼 | EduSerene — Book excerpt from मर्द की बात